Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
KMC में TMC-भाजपा पार्षदों में चले लात घूंसे
कोलकाता। श्यामपुकुर विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले बीजेपी नेता सुनील सिंह के घर पर कोलकाता नगर निगम ने बुलडोजर चला दिया। अवैध निर्माण के आरोप में बीजेपी नेता के घर पर बुलडोजर चलाने को लेकर शनिवार को कोलकाता नगर निगम में जमकर हंगामा हुआ। नगर निगम में भाजपा पार्षदों की तृणमूल पार्षदों के साथ मारपीट हो गयी। तृणमूल का आरोप है कि बीजेपी ने केंद्रीय सेना के जवानों के साथ हमला किया। इसके जवाब में बीजेपी ने दावा किया कि तृणमूल पार्षदों ने उन्हें जबरन पीटा है।
कोलकाता नगर निगम के वार्ड नंबर 26 के निवासी और स्थानीय भाजपा नेता सुनील सिंह ने आरोप लगाया कि तृणमूल संचालित कोलकाता नगर निगम ने राजनीतिक कारणों से उनके घर पर बुलडोजर चला दिया। हालांकि नगर पालिका का दावा है कि मकान नहीं, मकान के अवैध हिस्से पर बुलडोजर चलाया गया है।
इसके साथ ही शनिवार को भाजपा पार्षदों ने सदन में भाग लिया। सत्र के अंत में वार्ड नंबर 50 के पार्षद सजल घोष ने यह मुद्दा उठाया, लेकिन चेयरपर्सन माला रॉय ने उनसे कहा कि इस पर सत्र में चर्चा नहीं हो सकती। माला रॉय ने जरूरत पड़ने पर मेयर से बात करने को कहा।
तब सजल घोष ने मानवता के नाते मामले को देखने की बात कही। उन्होंने कहा, ”किसी भी नागरिक का घर इस तरह से नहीं तोड़ा जा सकता। कृपया मानवता के नाते इस मामले को देखें।” सत्र में इस पर चर्चा नहीं हुई। मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि वह चैंबर में भाजपा पार्षदों से बात करेंगे।
सत्र खत्म होते ही बीजेपी ने काउंसलर क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू कर दी। भाजपा पार्षद विजय ओझा, मीनादेवी पुरोहित और सजल घोष के साथ शिकायतकर्ता सुनील सिंह भी मौजूद थे। उत्तरी कोलकाता जिला भाजपा अध्यक्ष तमोघन घोष भी वहां थे।
दस मिनट बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में तृणमूल पार्षद महेश शर्मा आये। उनका सवाल, पार्षद क्लब सिर्फ पार्षदों के लिए है, वहां भाजपा जिला अध्यक्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस कैसे कर सकते हैं! सजल घोष ने प्रतिवाद किया कि वे सभी करदाता हैं।
इसलिए हर किसी को वहां प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का अधिकार है। बप्पादित्य दासगुप्ता, असीम बोस, राजीव दास, कजरी बनर्जी समेत कई तृणमूल पार्षद पार्षद क्लब में आये। इसके बाद दोनों पक्ष आपस में उलझ गये।
बीजेपी नेता सुनील सिंह ने दावा किया कि उनके घर को ढहाना पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। वह चुनाव बाद हिंसा का शिकार हुए थे। लेकिन उनकी एफआईआर नहीं ली गई। बाद में उसकी शिकायत कोर्ट के माध्यम से पुलिस को सौंपी गई। सुनील ने आरोप लगाया कि तभी से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
तृणमूल ने दावा किया कि बीजेपी पार्षद सजल के सुरक्षा बलों ने उन पर हमला किया और उनकी पिटाई की। एके-47 राइफल से जान से मारने की धमकी दी गई। तृणमूल पार्षद शिकायत लेकर मेयर फिरहाद और चेयरपर्सन माला के पास पहुंचे।
तृणमूल पार्षद बप्पादित्य दासगुप्ता, असीम बसुरा ने उन्हें लिखित में कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की। उनका अनुरोध है कि नगर निगम परिसर में केंद्रीय बलों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए। चेयरपर्सन माला ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया।